पवन उर्जा (Wind Energy)

 पवन गैर-परम्परागत उर्जा का एक प्रमुख स्त्रोत है । यह सस्ती प्रदूषण मुक्त तथा पर्यावरण -अनुकूल उर्जा है । पवन की गतिज उर्जा को टरबाइन के माध्यम से विघुत -उर्जा में बदल जाता है । 

        पवन उर्जा उत्पन्न  करने के लिए पवन की गति 5 किमी. प्रति घंटे से अधिक होनी चाहिए । सन्मार्गी पवनों , जैसी स्थायी पवन प्रणालियों और मानसूनी पवनों को उर्जा के स्त्रोत के रूप में प्रयोग किया जाता है । 

इनके अतिरिक्त स्थानीय हवाओं , स्थलीय और जलीय पवनों (दैनिक समीर ) को भी विघुत पैदा करने के लिए प्रयुक्त किया जा सकता हैं । 

     पवन चक्कियों का उपयोग अनाजों को पीसने और जल निकालने के लिए प्राचीन काल से किया जा रहा है । पवन चक्कियों में तीव्र गति से चलती हवाएँ पवन चक्की को घुमाती हैं , जो विघुत उत्पादन करने के लिए जेनरेटर से जुड़ी होती हैं । 

पवन चक्कियों के समूह से युक्त पवन फार्म तटीय क्षेत्रों और पर्वत घाटियों में स्थापित किए जाते हैं , जहाँ लगातार हवाएँ चलती हैं , पवन फार्म नीदरलैण्ड , जर्मनी, डेनमार्क, अमेरिका , ब्रिटेन, तथा स्पेन में पाये जाते हैं , जो पवन ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी देश हैं । 

देश में सर्वाधिक पवन टरबाइन तमिलनाडु में मुप्पनडल पेरूगुडी ( कन्याकुमारी के निकट ) में स्थावित किए गए हैं । 

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