पवन गैर-परम्परागत उर्जा का एक प्रमुख स्त्रोत है । यह सस्ती प्रदूषण मुक्त तथा पर्यावरण -अनुकूल उर्जा है । पवन की गतिज उर्जा को टरबाइन के माध्यम से विघुत -उर्जा में बदल जाता है ।
पवन उर्जा उत्पन्न करने के लिए पवन की गति 5 किमी. प्रति घंटे से अधिक होनी चाहिए । सन्मार्गी पवनों , जैसी स्थायी पवन प्रणालियों और मानसूनी पवनों को उर्जा के स्त्रोत के रूप में प्रयोग किया जाता है ।
इनके अतिरिक्त स्थानीय हवाओं , स्थलीय और जलीय पवनों (दैनिक समीर ) को भी विघुत पैदा करने के लिए प्रयुक्त किया जा सकता हैं ।
पवन चक्कियों का उपयोग अनाजों को पीसने और जल निकालने के लिए प्राचीन काल से किया जा रहा है । पवन चक्कियों में तीव्र गति से चलती हवाएँ पवन चक्की को घुमाती हैं , जो विघुत उत्पादन करने के लिए जेनरेटर से जुड़ी होती हैं ।
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